वह मन ही मन सोचता है, अब वह रूप बदलकर किसी भी दुश्मन के अड्डे पर जा सकता है वह मन ही मन सोचता है, अब वह रूप बदलकर किसी भी दुश्मन के अड्डे पर जा सकता है
प्रत्येक पात्र में कोई न कोई ऐसी विशेषता है जिसकी चर्चा पाठक आसानी से कर सकता है। प्रत्येक पात्र में कोई न कोई ऐसी विशेषता है जिसकी चर्चा पाठक आसानी से कर सकता है...
जिस घर में रसोई में भोजन कम ना पड़े, वह स्त्री अन्नपूर्णा होती है जिस घर में रसोई में भोजन कम ना पड़े, वह स्त्री अन्नपूर्णा होती है
अब गंगा माँ की आरती की दो लाइन से अपनी हरिद्वार यात्रा की इति करती हूँ। अब गंगा माँ की आरती की दो लाइन से अपनी हरिद्वार यात्रा की इति करती हूँ।
शोभा जी वास्तव में एक असाधारण और अद्भुत व्यक्तित्व की मालकिन हैं। शोभा जी वास्तव में एक असाधारण और अद्भुत व्यक्तित्व की मालकिन हैं।
श्रुति और विशाल ने ऐसे रियेक्ट किया जैसे की कोई भूत देख लिया हो। दोनों के चेहरे देखने ल श्रुति और विशाल ने ऐसे रियेक्ट किया जैसे की कोई भूत देख लिया हो। दोनों के चेहरे ...